दैनिक प्रतियोगिता हेतु स्वैच्छिक विषय कहानी काश हम ऐसा कर लेते
💐 *आज का रँग-गाइड के सँग*💐
😫😠😅🤪😩😠😅🤪😜
किसी ने धूल क्या झोंकीं आँखों में....पहले
से कुछ बेहतर दिखने लगा है...!!!
*पत्नी बोली कि फ्री हो तो... कपड़े धो देना*
*नहीं तो मैं धो दूँगी...अब पति को समझ ही*
*नहीं आ रहा,पत्नी ने आखिर कहा क्या है?*
दूर रहता हूँ जरा चाटने वाले लोगों से,जानता हूँ
जिस जुबां से चाट रहे,कल उसी जुबां से काटेंगे!
*कभी कभी अमीर दिखने के चक्कर में यारो!*
*जब आइसक्रीम के कप का ढक्कन बिना चाटे*
*ही फेंकना पड़ जाता है...तब सच में,क्या कहूँ*
*बड़ी तकलीफ होती है... सारा का सारा मज़ा*
*ही किरकिरा हो जाता है..!!!*
सुबह जब मेरी आँखें खुलती हैं तो भगवान से मैं
यही प्रार्थना करता हूँ कि तुम्हारे जैसी पत्नी सब
को दे!-पति के ऐसा कहते ही वो खुशी से चहकते
हुए बोली -सच में! इस पर पति जी बोले-हाँ,मैं भी
यही सोचता हूँ,अकेला मैं ही क्यों दुखी रहूँ...!
*हमसे तो अपनी हँसी भी छुपाई नहीं जाती और*
*देखिये न,बस यूँ ही ज़रा सा हँस के...न जाने क्या*
*क्या छुपा लेते हैं लोग...!!!*
आपस में झगड़ा हुआ तो पत्नी बोली-शादी के बीस
साल बाद,मुझे समझ आया,तुम कितने बेवकूफ हो?
तो फिर पति बोले-अरे,तुम्हें तो उसी दिन ही समझ
जाना चाहिये था,जब तुमने शादी के लिये प्रोपोज़
किया और मैनें हाँ कह दिया...!
*ऐसा जीवन जियो कि अगर कोई आदमी*
*आपकी बुराई भी करे,तो कोई भी उस पर*
*विश्वास ही न करे...!*
शादी में जब पण्डित जी ने दूल्हे के हाथ में दुल्हन का
हाथ थमा दिया,तो ये देख रहे एक बच्चे ने अपने पिता
से पूछा-ये आपस में हाथ क्यों मिला रहे हैं,तो वो बोले-
बेटा,पहलवान अखाड़े में उतरने से पहले हाथ जरूर
मिलाते हैं...!
*कौन कम्बख़्त कहता है कि...लड़के सोचते कम*
*हैं,लड़की एक बार बस मुस्करा कर...देख तो ले,*
*फिर तो वो...शेरवानी के रँग से ले कर...बच्चों के*
*के नाम तक सोच लेते हैं...!*
तीस साल से वकालत कर रहे वकील भी निरुत्तर
ही हो गये जब उन से पूछा कि घर जमाई की पत्नी
किसी और के साथ भाग जाये तो फिर घर जमाई
ससुराल में रह सकता है क्या?....ऑडियंस पोल,
कोई तो बताओ,आप सब में से?बड़े बड़े पहुँचे हुए
वकील हैं यहाँ,कुछ तो जज हैं,बेकरारी से इंतजार है
आपके ज़वाब की,आपका समय शुरू होता है अब...!
*मैडम बच्चे का बैग चेक कर रही था,तभी*
*बोली-अरे! इतनी सी छोटी उम्र में तुम सनी*
*लियोनी की फोटो बैग में रखते हो? तो बच्चा*
*बोला- मैडम फिर मैं आपकी फोटो रखूँ क्या?*
*बर्दाश्त तो आप से वो भी न होगा...!*
नर्सरी का बच्चा मैडम से-मैं आपको कैसा लगता
हूं!तो मैडम बोली-सो स्वीट,सो क्यूट,लवली!इस
पर बच्चा बोला-तो मैं अपने पापा को कब भेजूँ?
तो वो बोली-क्यों किसलिये?बच्चा बोला- बात
आगे बढ़ाने के लिये! इस पर मैडम गुस्से से-ये
क्या बकवास है?अब बच्चा- ट्यूशन के लिये ही
तो कह रहा था,क्या मैडम,आप भी न!व्हाट्सएप
पढ़ पढ़ कर खूब बिगड़ गईं हैं...!!!
*यहाँ तो उसका पैसा बोलता है...वहाँ देखेंगे...*
*वो क्या बोलता है....!!!*
और क्या हाल चाल है,दोस्त के पूछने पर मैं बोला-
ठीक हूँ तो वो फिर बोला-पढ़ाई लिखाई कैसी चल
रही है तो मुझे बोलना पड़ा-दोस्त है तो दोस्त ही बन
कर रह,रिश्तेदारों वाली हरकत मत कर...!
*आदमी हवाईजहाज़ से नीचे उतर रहा था तो एयर*
*होस्टेस बोली-उम्मीद है,आपको घर जैसा माहौल*
*मिला होगा तो वो आदमी बोला-जी,बिल्कुल नहीं*
*घर में मेरी कोई नहीं सुनता,यहाँ तो बटन दबाते*
*ही चार-चार आ जातीं हैं...!*
चुनाव की तारीख़ पक्की हो गई !उसके बताने पर मैं
बोला-तो क्या हुआ? इस पर वो बोला-अरे!उस दिन
पता चल जायेगा,हमारे मोहल्ले की कौन कौन सी
लड़कियाँ अठारह साल की हो गईं हैं...!
*सदा अच्छे लोगों की सँगत में ही रहना चाहिये...*
*सुनार का...कचरा... भी बनिये के...बादाम...से*
*महँगा होता है...!*
आने वाली जनरेशन में तो,माँ बच्चे को यूँ बोला करेगी-
तुझे पालने के लिये,न जाने कितने दिन, दस दस घँटे
ऑफ़ लाइन रही हूँ,तब जा कर बड़ा हुआ है तू....!
*रिश्तों में विश्वास मौजूद है तो मौन भी समझ आ*
*जायेगा और यदि विश्वास नही है तो शब्दों से*
*भी ग़लतफ़हमी हो जायेगी...!*
बड़ी सादगी पसंद होती है,परेशानियाँ,चुपचाप चली जाती
हैं,खुशियों के लिए तो महफ़िल सजानी पड़ती है..!
😫😠🥺😜🥲🤪😅😐😩🥲😜😐🤪
*बुराई से बुराई ही मिले और अच्छाई से अच्छाई*
*जैसा हम जिसको देंगें,वैसी ही तो करेंगे भरपाई!*को
सुनीता गुप्ता सरिता कानपुर
Mahendra Bhatt
04-Nov-2022 04:19 PM
शानदार
Reply
Palak chopra
03-Nov-2022 03:20 PM
Shandar 🌸
Reply
Khan
01-Nov-2022 12:14 PM
Bahut khoob 😊🌸
Reply